यमुनोत्री धाम | Yamnotri Dham
यमुनोत्री धाम, यमुना नदी का उद्गम स्थान है इसलिए यमुनोत्री धाम हिन्दू तीर्थ यात्रियों के लिए पवित्र तीर्थ है और बहुत ही महत्वपूर्ण है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार असित मुनि नामक एक ऋषि यहां निवास करते थे। यमुनोत्री में स्थित यमुनोत्री मंदिर भक्त समाज के लिए आस्था का केंद्र है और उत्तराखंड मे स्थित चार धाम यात्रा का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।
यमुनोत्री मंदिर समुद्र तल से लगभग 3185 मीटर के उचाई पर स्थित है । यमुनोत्री अपने झरनों और ग्लेशियरों के लिए प्रसिद्ध है और यहां पहुंचना बहुत ही कठिन है इसलिए यमुनोत्री मंदिर पहाड़ी की तलहटी में स्थित है और सभी तीर्थ यात्री इसी मंदिर में पूजा करते हैं।
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Toggleयमुनोत्री मंदिर | Yamunotri Temple
यमुनोत्री मंदिर यमुना नदी को समर्पित मंदिर है। मंदिर में देवी यमुना का विग्रह विराजमान है जिसे काले संगमरमर से तराशा गया है और चांदी की मूर्ति के रूप में दर्शाया गया है और मालाओं के श्रृंगार से सुसज्जित है। इस मंदिर का निर्माण जयपुर की महारानी गुलेरिया ने 19वीं सदी में कराया था और इस मंदिर का पुनर्निर्माण टिहरी गढ़वाल के महाराजा प्रताप शाह ने किया था।
मंदिर के निकट स्थित पहाड़ के पर्वत की कंदराओं से गर्म पानी के झरने निकलते हैं।
सूर्यकुंड सबसे महत्वपूर्ण कुंड है सूर्यकुंड के पास एक शीला है जिसे दिव्य शिला कहा जाता है जिसकी पूजा देवी यमुना की पूजा से पहले की जाती है।
यमुनोत्री मंदिर भोग प्रसाद | Yamunotri Temple Bhog
मंदिर में भोग लगाने के लिए भक्त चावल और आलू को मलमल के कपड़े में बांधकर इन गर्म पानी के कुंड में डूबा कर तैयार करते हैं और पके हुए चावल को प्रसाद के रूप में घर वापस ले जाया जाता है।
यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि | Yamunotri Temple Opening and Closing Date
यमुनोत्री धाम के कपाट चार धाम यात्रा खुले के साथ ही खुल जाएंगे।
यमनोत्री मंदिर खुलने की तिथि: 10 मई, 2024।
यमनोत्री मंदिर बंद होने की तिथि: 3 नवंबर, 2024।
यमुनोत्री मंदिर खुलने और बंद होने का समय | Yamunotri Temple Open and Close Timing
यमुनोत्री मंदिर तीर्थ यात्रियों के लिए प्रतिदिन सुबह से शाम तक खुला रहेगा।
सुबह 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक खुला रहेगा।
यमुनोत्री मंदिर में आरती का समय | Yamunotri Temple Aarti Timings
मंदिर में आरती दिन में दो बार होगी प्रातः और साँय काल में।
सुबह की आरती प्रातः 6:30 बजे,
शाम की सांय 7:30 बजे।
यमुनोत्री धाम पंजीकरण | Yamunotri Dham Registration
सभी तीर्थ यात्रियों को यात्रा से पहले पंजीकरण करना अनिवार्य है, पंजीकरण यात्री स्वयं अनलाइन कर सकते है या फिर ऑफफ लाइन भी कर सकते है।
यमुनोत्री धाम यात्रा का पंजीकरण किस तरह करा सकते है जानकारी के लिए यहा क्लिक करे।
चारधाम यात्रा | Char Dham Yatra
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की प्रमुख यात्रा है जिसमे पूरे देश से तीर्थ यात्री भाग लेने के लिए आते है। चार धाम यात्रा वर्ष मे सिर्फ 6 महीनों के लिए ही खुलती है क्युकी शीतकाल में यात्रा के मुख्य स्थानों बर्फ की चादर से ढक जाते है और यहा पहुचना असंभव हो जाता है । इसी लिए चारधाम यात्रा शीतकाल के समय समस्त भक्त समाज के लिए स्थगित कर दी जाती है। यात्रा में भक्त आम तौर पे सबसे पहले यमनोत्री धाम के दर्शन करते है और फिर गंगोत्री के दर्शनों का लाभ उठाते है, इसके बाद यात्री केदारनाथ भगवान के दर्शन करके श्री बद्रीनाथ धाम जाते है।
चारधाम यात्रा के 4 मुख्य धामों के नाम –
- यमुनोत्री धाम
- गंगोत्री धाम
- केदारनाथ धाम
- बद्रीनाथ धाम
चारधाम यात्रा पंजीकरण वेबसाईट | Char Dham Yatra Registration Website
चार धाम यात्रा का पणजी कारण तीर्थ यात्री अनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से करा सकते है। अनलाइन पंजीकरण के चार तरीके सरकार की तरफ से उपलब्ध है।
वेबसाईट / Website, व्हाट्सप्प / Whatsapp, टोल फ्री नंबर / Toll Free Number, एप / App
साथ ही यात्री ऑफलाइन पंजीकरण भी करा सकते है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया नीचे क्लिक (Click) करें।
चार धाम यात्रा 2024 कपाट खुलने की तिथि और पंजीकरण | Char Dham Yatra Opening Date and Registration
तीर्थयात्री यात्रा का पंजीकरण उत्तराखंड सरकार की इस वेबसाईट registrationandtouristcare.uk.gov.in से करा सकते है।