केदारनाथ धाम | Kedarnath Dham

केदारनाथ धाम | Kedarnath Dham

केनरनाथ मंदिर | Kedarnath Mandir

केदारनाथ धाम भगवान शिव के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है जो कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में। स्थित है यह धाम उत्तराखंड के चार धामों में से एक है और पांच केंद्रों में सबसे महत्वपूर्ण धाम है केदारनाथ धाम हिमालय पर्वत की चोटियों के बीच भगवान शिव का यह है पवित्र स्थान समुद्र तल से 3586 मी की ऊंचाई पर स्थित है। हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित यह स्थान बहुत ही खूबसूरत और मनमोहक वादियों के बीच पड़ता है जो की स्वर्ग की तरह अनुभूति कराता है केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से भी एक है।

भगवान शिव का यह ज्योतिर्लिंग साल में केवल 6 महीने के लिए ही खुला रहता है।

केदारनाथ मंदिर | Kedarnath Temple

केदारनाथ मंदिर भगवान शिव का सबसे प्रतिष्ठित मंदिर है इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में भगवान से आदि शंकराचार्य ने हिंदू धर्म को पुनः स्थापित करने के उद्देश्य से कराया था।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत के भीष्म युद्ध के बाद पांडवों ब्रम्हत्या जैसे पाप से मुक्त होने के लिए यहा आकर भगवान शिव की घोर तपस्या करी।

केदारनाथ मंदिर के परिसर के अंदर एक गर्भ ग्रह है और एक मंडप भी है।

मंदिर परिसर में स्वयंभू शिवलिंग है और यहां भगवान शिव को उनके सदाशिव रूप में पूजा जाता है।

मंदिर की भीतरी दीवारों में विभिन्न देवी देवताओं के आकृति और पौराणिक कथाओं के दृश्य देखे जा सकते हैं मंदिर के मुख्य दरवाजे के बाहर नंदी बैल विराजमान है।

2013 में आई केदारनाथ बाढ़ के साथ एक बहुत ही बड़ी एक विशाल शीला मंदिर के ठीक पीछे आकर स्थित हो गई और इस कारण मंदिर को कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ। इस शिला को भीम शिला कहते है।

 

केदारनाथधाम कपाट खुलने और बंद होने की तिथियां | Opening and Closing Date of Kedarnath Dham

इस वर्ष 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की घोषणा शिवरात्रि के पवित्र दिन की गई थी। 

केदारनाथ मंदिर खुलने की तिथि: 10 मई, 2024 प्रातः 6:20 बजे।
केदारनाथ मंदिर बंद होने की तिथि: 3 नवंबर, 2024।

केदारनाथ मंदिर खुलने और बंद होने का समय | Opening and Closing Timing of Kedarnath Temple

केदारनाथ मंदिर की दिनचर्या सुबह 4:00 बजे महा अभिषेक के साथ शुरू होती है और सांय 7:00 बजे शयन आरती के साथ विश्राम लेती है।
इस बीच 3:00 से 5:00 मंदिर बंद रहता है।

भक्ति सुबह 6:00 बजे से दोपहर 3:00 तक घी से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं।
और सांय 5:00 से 7:00 दर्शन खुले रहते है और शयन आरती के साथ दर्शन बंद हो जाते है।

केदारनाथ धाम पंजीकरण | Kedarnath Dham Registration

सभी तीर्थ यात्रियों को यात्रा से पहले पंजीकरण करना अनिवार्य है, पंजीकरण यात्री स्वयं अनलाइन कर सकते है। यात्रा पंजीकरण के लिए यात्री को (Shri Badrinath Kedarnath Temple Committee) की आधिकारिक वेबसाईट पे जा कर करना होगा। इस वेबसाईट पे जा कर तीर्थ यात्री पहले से ही पूजा की बुकिंग करा सकते है। 

चारधाम यात्रा | Char Dham Yatra

चारधाम यात्रा उत्तराखंड की प्रमुख यात्रा है जिसमे पूरे देश से तीर्थ यात्री भाग लेने के लिए आते है। चार धाम यात्रा वर्ष मे सिर्फ 6 महीनों के लिए ही खुलती है क्युकी शीतकाल में यात्रा के मुख्य स्थानों बर्फ की चादर से ढक जाते है और यहा पहुचना असंभव हो जाता है । इसी लिए चारधाम यात्रा शीतकाल के समय समस्त भक्त समाज के लिए स्थगित कर दी जाती है। यात्रा में भक्त आम तौर पे सबसे पहले यमनोत्री धाम के दर्शन करते है और फिर गंगोत्री के दर्शनों का लाभ उठाते है, इसके बाद यात्री केदारनाथ भगवान के दर्शन करके श्री बद्रीनाथ धाम जाते है।

चारधाम यात्रा के 4 मुख्य धामों के नाम – 

चारधाम यात्रा पंजीकरण वेबसाईट | Char Dham Yatra Registration Website

चार धाम यात्रा का पणजी कारण तीर्थ यात्री अनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से करा सकते है। अनलाइन पंजीकरण के चार तरीके सरकार की तरफ से उपलब्ध है।

वेबसाईट / Website, व्हाट्सप्प / WhatsApp, टोल फ्री नंबर / Toll Free Number, एप / App

साथ ही यात्री ऑफलाइन पंजीकरण भी करा सकते है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया नीचे क्लिक (Click) करें। 

चार धाम यात्रा 2024 कपाट खुलने की तिथि और पंजीकरण | Char Dham Yatra Opening Date and Registration

तीर्थयात्री यात्रा का पंजीकरण उत्तराखंड सरकार की इस वेबसाईट registrationandtouristcare.uk.gov.in  से करा सकते है।

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