गंगोत्री धाम | Gangotri Dham
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम तीर्थ यात्रियों के लिए एक धार्मिक स्थल है इस स्थान से मां गंगा उत्पन्न होती है और यह स्थान उत्तराखंड की प्रमुख चार धाम यात्रा का भी हिस्सा है। गंगोत्री मंदिर वह स्थान है जहा पर भक्त देवी गंगा की पूजा करते है। गंगोत्री वह स्थान है जहाँ पवित्र नदी गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थी। गंगा नदी का प्रवाह अत्यंत ही तेज होता है इसी कारण गंगा नदी के प्रवाह के वेघ को काम करने के लिए वहागवां शिव ने गंगा नदी को अपनी जटाओं में धारण किया था।
गंगोत्री हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के बीच जंगलों के मध्य 3048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यह स्थान हिंदू तीर्थ यात्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक पवित्रता को भी उत्सर्जित करता है।
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Toggleगंगोत्री मंदिर | Gangotri Mandir
गंगोत्री मंदिर का निर्माण गोरखा जनरल अमर सिंह थापा ने 18वीं शताब्दी में भागीरथी नदी के बाएं तट पर करवाया था इस मंदिर के आसपास देवदार और चीड़ के पेड़ों का जंगल है जिस वजह से यह मंदिर एक बहुत ही शांत स्थान पर स्थापित है। गंगोत्री मंदिर पवित्र चट्टान “भागरथ शिला” के निकट स्थित है, इस चट्टान पे बैठ कर राज्य भागरथ ने भगवान शिव की पूजा की थी।
हिंदू पुराणिक कथाओं के अनुसार राजा भागीरथ ने अपने पूर्वजों को पाप से मुक्त करने के लिए और उनकी आत्मा की शांति के लिए कठोर तपस्या करके देवी गंगा को पृथ्वी पर उतारा जिससे उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति मिले।
गंगोत्री से माँ गंगा का जल भर के तीर्थ यात्री श्री केदारनाथ धाम जाकर भगवान शिव का अभिषेक करते हैं।
गंगोत्री मंदिर कपाट खुलने और बंद होने की तिथि | Opening and Closing Date of Gangotri Mandir
गंगोत्री मंदिर के कपाट भी शीतकाल में बंद कर दिए जाते है, इस वर्ष अक्षय तृतीया के शुभ दिन पुनः खोले जाते है।
गंगोत्री धाम खुलने की तिथि: 10 मई, 2024।
गंगोत्री धाम बंद होने की तिथि: 2 नवंबर, 2024।
गंगोत्री मंदिर खुलने और बंद होने का समय
दर्शन पूजा और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए मंदिर के खुलने और बंद होने का समय।
सुबह 6:15 से दोपहर 2:00 तक
सांय 3:00 बजे से रात्रि 9:30 तक
गंगोत्री धाम पंजीकरण | Gangotri Dham Registration
सभी तीर्थ यात्रियों को यात्रा से पहले पंजीकरण करना अनिवार्य है, पंजीकरण यात्री स्वयं अनलाइन कर सकते है या फिर ऑफफ लाइन भी कर सकते है।
गंगोत्री धाम यात्रा का पंजीकरण किस तरह करा सकते है जानकारी के लिए यहा क्लिक करे।
चारधाम यात्रा | Char Dham Yatra
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की प्रमुख यात्रा है जिसमे पूरे देश से तीर्थ यात्री भाग लेने के लिए आते है। चार धाम यात्रा वर्ष मे सिर्फ 6 महीनों के लिए ही खुलती है क्युकी शीतकाल में यात्रा के मुख्य स्थानों बर्फ की चादर से ढक जाते है और यहा पहुचना असंभव हो जाता है । इसी लिए चारधाम यात्रा शीतकाल के समय समस्त भक्त समाज के लिए स्थगित कर दी जाती है। यात्रा में भक्त आम तौर पे सबसे पहले यमनोत्री धाम के दर्शन करते है और फिर गंगोत्री के दर्शनों का लाभ उठाते है, इसके बाद यात्री केदारनाथ भगवान के दर्शन करके श्री बद्रीनाथ धाम जाते है।
चारधाम यात्रा के 4 मुख्य धामों के नाम –
चारधाम यात्रा पंजीकरण वेबसाईट | Char Dham Yatra Registration Website
चार धाम यात्रा का पणजी कारण तीर्थ यात्री अनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से करा सकते है। अनलाइन पंजीकरण के चार तरीके सरकार की तरफ से उपलब्ध है।
वेबसाईट / Website, व्हाट्सप्प / Whatsapp, टोल फ्री नंबर / Toll Free Number, एप / App
साथ ही यात्री ऑफलाइन पंजीकरण भी करा सकते है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया नीचे क्लिक (Click) करें।
चार धाम यात्रा 2024 कपाट खुलने की तिथि और पंजीकरण | Char Dham Yatra Opening Date and Registration
तीर्थयात्री यात्रा का पंजीकरण उत्तराखंड सरकार की इस वेबसाईट registrationandtouristcare.uk.gov.in से करा सकते है।