श्री शिव रूद्राष्टकम – नमामीशमीशान निर्वाण रूपं | Shri Shiv Rudrashtakam – Namami Shamishan Nirvan Rupam
श्री शिव रूद्राष्टकम – नमामीशमीशान निर्वाण रूपं | Shri Shiv Rudrashtakam – Namami Shamishan Nirvan Rupam नमामीशमीशान निर्वाणरूपं। विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम्॥ रामचरित मानस का अंश है जिसे तुलसीदासजी ने भगवान शिव की स्तुती में लिखा था। भगवान भोलेनाथ को यह स्तुती अत्यंत प्रिय जो भी भक्त श्रद्धा भाव से यह स्तुती गाता उस पर शिवजी […]