श्री बद्रीनाथ जी की आरती | Shri Badrinath Ji Ki Aarti

श्री बद्रीनाथ मंदिर | Shri Badrinath Mandir

बद्रीनाथ धाम एक भव्य दर्शनीय और पवित्र धाम होने के साथ-साथ चार धाम यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण धाम है। यह धाम हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के दो पर्वत नर और नारायण के बीच स्थित है। लाखों तीर्थ यात्री हर वर्ष बद्रीनाथ भगवान के दर्शन के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।

श्री बद्रीनाथ जी की आरती

 

श्री बद्रीनाथ जी | Shri Badrinath Ji

पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् ।
निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥

शेष सुमिरन करत निशदिन, धरत ध्यान महेश्वरम् ।
वेद ब्रह्मा करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥

शक्ति गौरी गणेश शारद, नारद मुनि उच्चारणम् ।
जोग ध्यान अपार लीला, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥

इंद्र चंद्र कुबेर धुनि कर, धूप दीप प्रकाशितम् ।
सिद्ध मुनिजन करत जय जय, बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥

यक्ष किन्नर करत कौतुक, ज्ञान गंधर्व प्रकाशितम् ।
श्री लक्ष्मी कमला चंवरडोल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥

कैलाश में एक देव निरंजन, शैल शिखर महेश्वरम् ।
राजयुधिष्ठिर करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥

श्री बद्रजी के पंच रत्न, पढ्त पाप विनाशनम् ।
कोटि तीर्थ भवेत पुण्य, प्राप्यते फलदायकम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥

पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् ।
निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥

॥ इति श्री बद्रीनाथ जी की आरती संपूर्णम्॥

श्री बद्रीनाथ जी की आरती यहा डाउनलोड करें। 

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बद्रीनाथ मंदिर में आरती का समय | Aarti Timings in Badrinath Mandir

बद्रीनारायण मंदिर में दैनिक अनुष्ठान प्रातः 4:30 बजे से महाभिषेक के साथ शुरू हो जाते हैं और रात्रि 9:00 बजे शयन आरती के साथ समाप्त होते हैं इस बीच अन्य दैनिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं, दोपहर 1:00 बजे से 4:00 बजे के मध्य विश्राम का समय निर्धारित है, भक्त समाज के लिए सुबह 7:00 से दर्शन खुल जाते हैं और रात्रि शयन आरती तक दर्शन किए जा सकते हैं।

प्रातः 4:30 बजे महाभिषेक और पूजा, और 
रात्री लगभग 9:00 बजे शयन आरती

बद्रीनाथ मंदिर में करी जाने वाली पूजा विधि | Prayer Rituals in Badrinath Mandir

भक्तो द्वारा करी जाने वाली विशेष पूजा ऑनलाइन बुक की जाती है, प्रत्येक पूजा से पहले भक्तों को पवित्र तृप्त कुंड में स्नान करना आवश्यक होता है। पप्रातः महा अभिषेक के साथ दैनिक पूजा कार्यक्रम प्रारंभ होते है इसके बाद अभिषेक, गीता पाठ और भागवत पाठ किया जाता है, और शाम के समय गीत गोविंद और आरती की जाती है।

 

बद्रीनाथ मंदिर खुलने और बंद होने का समय | Opening and Closing Timing of Badrinath Mandir

प्रातः काल में सुबह 7:00 से दोपहर 1:00 तक, और
सांय काल में 4:00 बजे से 9:00 तक

बद्रीनाथ धाम कपाट खुलने और बंद होने की तिथि । Opening and Closing Date of Badrinath Dham

श्री बद्रीनाथ मंदिर | Shri Badrinath Mandir

बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु का मंदिर है यह उत्तराखंड के चार धामों में से एक है और भारत के चार धामों में से भी एक है।
इस वर्ष 2024 में बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की घोषणा राज पुरोहित ने बसंत पंचमी के शुभ दिन की थी।

बद्रीनाथ धाम से जुड़ी कुछ रोचक बातें अवश्य देखें । 

 

बद्रीनाथ कपाट खुलने की तिथि: 12 मई, 2024 प्रातः 6:00 बजे।
बद्रीनाथ कपाट बंद होने की तिथि: 6 नवंबर, 2024 (संभावित)।

बद्रीनाथ धाम पंजीकरण | Badrinath Dham Registration

श्री बद्रीनाथ मंदिर | Shri Badrinath Mandir

 

सभी तीर्थ यात्रियों को यात्रा से पहले पंजीकरण करना अनिवार्य है, पंजीकरण यात्री स्वयं अनलाइन कर सकते है। यात्रा पंजीकरण के लिए यात्री को (Shri Badrinath Kedarnath Temple Committee) की आधिकारिक वेबसाईट पे जा कर करना होगा। इस वेबसाईट पे जा कर तीर्थ यात्री पहले से ही पूजा की बुकिंग करा सकते है। 

 

चारधाम यात्रा | Char Dham Yatra

चारधाम यात्रा उत्तराखंड की प्रमुख यात्रा है जिसमे पूरे देश से तीर्थ यात्री भाग लेने के लिए आते है। चार धाम यात्रा वर्ष मे सिर्फ 6 महीनों के लिए ही खुलती है क्युकी शीतकाल में यात्रा के मुख्य स्थानों बर्फ की चादर से ढक जाते है और यहा पहुचना असंभव हो जाता है । इसी लिए चारधाम यात्रा शीतकाल के समय समस्त भक्त समाज के लिए स्थगित कर दी जाती है। यात्रा में भक्त आम तौर पे सबसे पहले यमनोत्री धाम के दर्शन करते है और फिर गंगोत्री के दर्शनों का लाभ उठाते है, इसके बाद यात्री केदारनाथ भगवान के दर्शन करके श्री बद्रीनाथ धाम जाते है।

चारधाम यात्रा के 4 मुख्य धामों के नाम – 

चारधाम यात्रा पंजीकरण वेबसाईट | Char Dham Yatra Registration Website

चार धाम यात्रा का पणजी कारण तीर्थ यात्री अनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से करा सकते है। अनलाइन पंजीकरण के चार तरीके सरकार की तरफ से उपलब्ध है।

वेबसाईट / Website, व्हाट्सप्प / WhatsApp, टोल फ्री नंबर / Toll Free Number, एप / App

साथ ही यात्री ऑफलाइन पंजीकरण भी करा सकते है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया नीचे क्लिक (Click) करें। 

चार धाम यात्रा 2024 कपाट खुलने की तिथि और पंजीकरण | Char Dham Yatra Opening Date and Registration

तीर्थयात्री यात्रा का पंजीकरण उत्तराखंड सरकार की इस वेबसाईट registrationandtouristcare.uk.gov.in  से करा सकते है।

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