Home » Bhav Sangrah » आरती संग्रह | Aarti Sangrah आरती संग्रह | Aarti Sangrah श्री राम जी श्री रघुवर आरती ” आरती कीजै श्री रघुवर जी की “ श्री राजा राम जी आरती ” हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ “ श्री रामचन्द्र आरती ” आरती कीजै रामचन्द्र जी की “ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन आरती ” श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन “ श्री कृष्ण जी श्री कुंजबिहारी आरती ” आरती कुंजबिहारी की, “ श्री बाँके बिहारी आरती ” श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ, “ श्री युगल किशोर आरती ” आरती युगल किशोर की कीजै, “ श्री बाल कृष्ण आरती ” आरती बाल कृष्ण की कीजै, “ श्री हनुमान जी श्री हनुमान आरती ” आरती कीजे हनुमान लला की “ श्री बालाजी आरती ” जय हनुमत वीरा स्वामी जय हनुमत वीरा,” देव आरतियाँ श्री बद्रीनाथ आरती ” पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् “ श्री केदारनाथ आरती ” जय केदार उदार शंकर, मन भयंकर दुख हरम्” माँ आरती माँ दुर्गा आरती ” अम्बे तू है जगदम्बे काली “ माँ लक्ष्मी आरती ” ॐ जय लक्ष्मी माता “ नवदुर्गा आरती माँ शैलपुत्री आरती ” शैलपुत्री माँ बैल असवार “ माँ ब्रह्मचारिणी आरती ” जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता “ माँ चंदरघण्टा आरती ” जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम “ माँ कुष्मांडा आरती ” कूष्माण्डा जय जग सुखदानी “ माँ स्कन्दमाता आरती ” जय तेरी हो स्कन्द माता “ माँ कात्यायनी आरती ” जय जय अम्बे जय कात्यायनी “ माँ कालरात्रि आरती ” कालरात्रि जय जय महाकाली “ माँ महागौरी आरती ” जय महागौरी जगत की माया “ माँ सिद्धिदात्री आरती ” जय सिद्धिदात्री माँ तू सिद्धि की दाता “ देवी आरतियाँ माँ गंगा आरती ” ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता “