चार धाम यात्रा 2024 कपाट खुलने की तिथि और पंजीकरण | Char Dham Yatra Opening Date and Registration 2024

चार धाम यात्रा 2024 कपाट खुलने की तिथि और पंजीकरण | Char Dham Yatra Opening Date and Registration 2024

भगवान श्री आदि शंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में हिंदू धर्म को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से चार धाम यात्रा की शुरुआत की थी।
उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है क्योंकि इस पवित्र भूमि में अनेक तीर्थ और पवित्र मंदिर स्थापित हैं जिस कारण लाखों तीर्थ यात्री अपनी अध्यात्म की यात्रा के लिए उत्तराखंड के इन पवित्र भूमि पर आते हैं।
उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में चार पवित्र धाम स्थित है जिन्हें चार धाम नाम से जाना जाता है, इसमें

इन चार धामों से चार प्राचीन नदियां भी जुड़ी हैं जैसे कि,

  • यमुनोत्री से यमुना नदी,
  • गंगोत्री से गंगा नदी,
  • केदारनाथ से मंदाकिनी नदी और
  • बद्रीनाथ से अलकनंदा नदी का स्त्रोत है । 

Table of Contents

चार धाम यात्रा क्यों करनी चाहिए | Why Char Dham Yatra

चार धाम यात्रा हिंदू तीर्थ यात्रियों के लिए अति पवित्र यात्रा होती है इसमें उत्तराखंड के चार पवित्र स्थान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री पर जाकर यात्री अध्यात्म और भक्ति में लीन होते हैं।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार जिस प्रकार धर्म, पूजा, संस्कार और धार्मिक त्योहारों का पालन करना हिंदुओं के लिए एक धर्म होता है उसी प्रकार तीर्थ यात्रा भी उनके धर्म का ही एक हिस्सा होता है।
तीर्थ यात्रा से व्यक्ति में इच्छा शक्ति, विनम्रता और विश्वास का आभास होता है और वह अपने आप को भगवान के प्रति पूर्णतः समर्पित कर देता है और भवन के साथ भगवान के दर्शन करता है ।

2024 में चार धाम खुलने और बंद होने की तिथियां। | Opening and Closing Date of Char Dham in 2024

शीतकाल में चारो धामों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और ग्रीष्मकाल में के प्रारंभ में बसंत पंचमी और शिवरात्रि के पवित्र दिन चार धाम कपाट खुलने की तिथि की घोषणा कड़ी जाती है। 

बद्रीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि । Opening date of Badrinath Dham

श्री बद्रीनाथ मंदिर | Shri Badrinath Mandir

बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु का मंदिर है यह उत्तराखंड के चार धामों में से एक है और भारत के चार धामों में से भी एक है।
इस वर्ष 2024 में बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की घोषणा राज पुरोहित ने बसंत पंचमी के शुभ दिन की थी।

बद्रीनाथ धाम से जुड़ी कुछ रोचक बातें अवश्य देखें । 

 

बद्रीनाथ कपाट खुलने की तिथि: 12 मई, 2024 प्रातः 6:00 बजे।
बद्रीनाथ कपाट बंद होने की तिथि: 6 नवंबर, 2024 (संभावित)।

 

केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि । Opening date of Kedarnath Dham

केनरनाथ मंदिर | Kedarnath Mandir

केदारनाथ धाम भगवान शिव को समर्पित केदारनाथ मंदिर एक लोकप्रिय हिंदू मंदिर है और एक पवित्र तीर्थ स्थल भी है।
शीतकाल में केदारनाथ मंदिर के भी कपाट बंद कर दिए जाते हैं
इस वर्ष 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की घोषणा शिवरात्रि के पवित्र दिन की गई थी। 

केदारनाथ धाम से जुड़ी कुछ रोचक बातें अवश्य देखें । 

केदारनाथ मंदिर खुलने की तिथि: 10 मई, 2024 प्रातः 6:20 बजे।
केदारनाथ मंदिर बंद होने की तिथि: 3 नवंबर, 2024।

 

गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि । Opening date of Gangotri Dham

गंगोत्री धाम | Gangotri Dham

 

गंगोत्री धाम मां गंगा को समर्पित है गंगोत्री से गंगा नदी का उद्गम होता है।
शीतकाल में गंगोत्री मंदिर का भी कपाट बंद कर दिया जाते हैं और हर वर्ष अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर कपाट खुलते हैं।

 

गंगोत्री मंदिर खुलने की तिथि: 10 मई, 2024।
गंगोत्री मंदिर बंद होने की तिथि: 2 नवंबर, 2024।

 

यमनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि । Opening date of Yamnotri Dham

यमनोत्री धाम | Yamnotri Dham

यमुनोत्री धाम मां यमुना को समर्पित है यमुनोत्री धाम में आप मां यमुना का आशीर्वाद ले सकते हैं मां यमुना मृत्यु के देवता यम की बहन हैं।
अन्य धामों की तरह यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल में बंद कर दिए जाते हैं और प्रतिभा अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर कपाट पुनः खुलते हैं।

 

यमनोत्री मंदिर खुलने की तिथि: 10 मई, 2024।
यमनोत्री मंदिर बंद होने की तिथि: 3 नवंबर, 2024।

 

चार धाम यात्रा पंजीकरण | Char Dham Yatra Registration

चाय धाम यात्रा में जाने वाले प्रतेक यात्री को चार धाम पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है। चार धाम मंदिर में दर्शन के लिए यात्री को अपने मोबाइल या पंजीकरण पत्र पर QR कोड को दिखाना होगा इसके बाद दर्शन के अनुमति मिलेगी।

चार धाम यात्रा पंजीकरण के विभिन्न तरीके | Different ways of Char Dham Yatra Registration

चार धाम यात्रा मे पंजीकरण करने के अनेक माध्यम है। यह विभिन्न तरीके दिए गए है जिनसे तीर्थयात्री 2024 में चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण कर सकते है। पंजीकरण की ये विभिन्न सुविधा तीर्थयात्रियों के लिए इस वर्ष (2024) से ही शुरू कड़ी गई है। तीर्थयात्री यात्रा के लिए पंजीकरण दो माध्यम से करा सकते है।

  • अनलाइन
  • ऑफलाइन 

चार धाम यात्रा अनलाइन पंजीकरण | Char Dham Yatra Online Registration

प्रतिवर्ष की तरह तीर्थयात्री अपनी यात्रा का अनलाइन पंजीकरण वेबसाईट (Website), व्हाट्सप्प (WhatsApp), टोल फ्री नंबर(Toll Free Number) और चार धाम यात्रा एप (Char Dham Yatra App) इन चारों मे से किसी भी माध्यम से करा सकते है।

1. चारधाम यात्रा पंजीकरण वेबसाईट | Char Dham Yatra Registration Website

तीर्थयात्री यात्रा का पंजीकरण वेबसाईट registrationandtouristcare.uk.gov.in से करा सकते है।

2. व्हाट्सप्प पर चार धामयात्रा पंजीकरण | Char Dham Yatra Registration on WhatsApp

व्हाट्सएप सुविधा के माध्यम से – मोबाइल नंबर: +91 8394833833
टाइप करें: व्हाट्सएप में पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए “Yatra“।

3. मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से चारधाम यात्रा पंजीकरण  | Char Dham Yatra Registration Through Mobile App

टूरिस्ट केयर उत्तराखंड एंड्रॉइड ऐप (Android App) और आईओएस ऐप (iOS App) डाउनलोड कर के यात्रा का पंजीकरण कर सकते है। 

4. टोल फ्री नंबर से चारधाम यात्रा पंजीकरण | Char Dham Yatra Registration through Toll Free Number

तीर्थयात्री टोल फ्री नंबर (Toll Free Number) पर कल करके भी पंजीकरण कर सकते है। Toll Free : 1364 0135 3520100

चारधाम यात्रा ऑफलाइन पंजीकरण | CharDham Yatra Offline Registration

तीर्थयात्री जो यात्रा के लिए अनलाइन पंजीकरण नहीं करवा पा रहे या असमर्थ है उनके लिए सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी करी है।

1. चार धाम यात्रा ऑफलाइन पंजीकरण काउन्टर | Char Dham Yatra Offline Registration Counter

यात्रा के पंजीकरण काउन्टर सुविधा इन स्थानों पे उपलब्ध है, तीर्थयात्री किसी भी स्थान से पंजीकरण करा सकते है।

  • हरिद्वार, रही होटल
  • ऋषिकेश, आइ. एस. बी. टी.
  • ऋषिकेश, आरटीओ
  • ऋषिकेश, गुरुद्वारा
  • बड़कोट (यमुनोत्री)
  • हिना (गंगोत्री)
  • सोनप्रयाग (केदारनाथ)
  • पांडुकेश्वर (बद्रीनाथ)
  • गोविंद घाट (हेमकुंट साहिब)

चार धाम यात्रा पंजीकरण के लिए क्लिक करें।
Click here for Char Dham Yatra Registration.

चार धाम यात्रा से संबंधित कोई भी जानकारी आप हमारे साथ साझा कर सकते है, धन्यवाद ।

‘आपकी यात्रा मंगलमय हो’

 

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top