श्री कृष्ण जी | Shri Krishan Ji

गोपी गीत - जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः | Gopi Geet in Hindi - Jayati Te Dhikam Janmana

गोपी गीत – जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः | Gopi Geet in Hindi – Jayati Te Dhikam Janmana – Pdf Download

आश्विन माह की पूर्णिमा की रात्री जब भगवान श्री कृष्ण ने श्री राधा रानी और गोपियों संग महारास की लीला की थी उस समय गोपियों को अभिमान हुआ और गोपियों को इस अभिमान से मुक्त करने के लिए ठाकुर जी ने एक लीला रची और वह अंतर्ध्यान हो गए। भगवान को अपने बीच ना देख […]

गोपी गीत – जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः | Gopi Geet in Hindi – Jayati Te Dhikam Janmana – Pdf Download Read More »

गीत गोविन्द | Geet Govind in Hindi

गीत गोविन्द | Geet Govind in Hindi

गीता गोविंद  ( गीतगोविंदम् ) 12वीं सदी के हिंदू कवि जयदेव द्वारा रचित एक रचना है । जो वसंत ऋतु में  श्री राधा रानी ब्रिज गोपियाँ के साथ मिलकर श्री कृष्ण के प्रेम रस मे भाव विभोर हो रही है इस पर केंद्रित है। कवि जयदेव जी को उनकी महाकाव्य कविता गीत गोविंदा के लिए

गीत गोविन्द | Geet Govind in Hindi Read More »

कमल नेत्र स्तोत्रम् | Kamal Netra Stotra

कमल नेत्र स्तोत्रम् | Kamal Netra Stotra

कमल नेत्र स्तोत्रम् | Kamal Netra Stotra in Hindi   कमल नेत्र स्तोत्र श्री कृष्ण को समर्पित स्तुति है। भगवान श्री हरी विष्णु के आठवे अवतार श्री कृष्ण है और विश्व भर मे श्री कृष्ण पूजे जाते है। कमल का अर्थ है ‘कमल’ और नेत्र का अर्थ है ‘आखें’। इस स्तोत्र मे श्री कृष्ण की

कमल नेत्र स्तोत्रम् | Kamal Netra Stotra Read More »

श्री कृष्ण सहस्त्रनाम | Shri Krishna Sahasranamam

श्री कृष्ण सहस्त्रनाम | Shri Krishna Sahasranamam in Hindi

श्री कृष्ण सहस्त्रनाम | Shri Krishna Sahasranamam   श्री कृष्ण सहस्त्रनाम भगवान श्री कृष्ण के 1000 नामों का संग्रह है, यह नाम संग्रह अत्यंत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि श्री कृष्ण सहस्त्रनाम ने अंकित सभी नाम के पीछे कोई न कोई गुण, लीला, आदर्शों और दिव्यताओं को संबोधित करता है। श्री कृष्ण सहस्त्रनाम 1) ॐ हरये

श्री कृष्ण सहस्त्रनाम | Shri Krishna Sahasranamam in Hindi Read More »

श्री कृष्ण चालीसा - बंशी शोभित कर मधुर | Shri Krishna Chalisa in Hindi - Banshi Shobhit Kar Madhur

श्री कृष्ण चालीसा – बंशी शोभित कर मधुर | Shri Krishna Chalisa in Hindi – Banshi Shobhit Kar Madhur

श्री कृष्ण चालीसा – बंशी शोभित कर मधुर | Shri Krishna Chalisa in Hindi – Banshi Shobhit Kar Madhur ॥ दोहा ॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल, पिताम्बर शुभ साज॥ जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज॥ ॥ चौपाई

श्री कृष्ण चालीसा – बंशी शोभित कर मधुर | Shri Krishna Chalisa in Hindi – Banshi Shobhit Kar Madhur Read More »

मधुराष्टकं - अधरं मधुरं वदनं मधुरं | Madhurashtakam - Adharam Madhuram Vadanam Madhuram

मधुराष्टकं – अधरं मधुरं वदनं मधुरं | Madhurashtakam – Adharam Madhuram Vadanam Madhuram

मधुराष्टकं – अधरं मधुरं वदनं मधुरं | Madhurashtakam – Adharam Madhuram Vadanam Madhuram   अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरं । मधुराष्टकं में श्री कृष्ण के बालरूप को मधुरता से माधुरतम रूप का वर्णन किया गया है। श्रीकृष्ण के प्रत्येक अंग, गतिविधि एवं क्रिया-कलाप मधुर है, और उनके संयोग से अन्य सजीव और

मधुराष्टकं – अधरं मधुरं वदनं मधुरं | Madhurashtakam – Adharam Madhuram Vadanam Madhuram Read More »

श्री बाल कृष्ण आरती | Shri Bal Krishan aarti in Hindi

श्री बाल कृष्ण आरती | Shri Bal Krishan aarti in Hindi

॥ श्री बाल कृष्ण आरती ॥   आरती बाल कृष्ण की कीजै, अपनो जन्म सफल कर लीजै ॥ श्री यशोदा को परम दुलारो, बाबा की अखियन को तारों, गोपिन के प्राणन सों प्यारो, इन पर प्राण न्योछावर कीजै, आरती बालकृष्ण की कीजै ॥ आरती बाल कृष्ण की कीजै…। बलदाऊ को छोटो भैया, कलुआ कलुआ बोले

श्री बाल कृष्ण आरती | Shri Bal Krishan aarti in Hindi Read More »

श्री युगल किशोर की आरती | Shri Yugal Kishore Aarti in Hindi

श्री युगल किशोर की आरती | Shri Yugal Kishore Aarti in Hindi

॥ आरती श्री युगल किशोर की ॥   आरती युगल किशोर की कीजै, तन मन धन न्यौछावर कीजै। x2 आरती युगल किशोर की कीजै…। गौर श्याम मुख निरखत रीझै, प्रभु को स्वरुप नयन भर पीजै। रवि शशि कोटि बदन की शोभा, ताहि निरखि मेरा मन लोभा। आरती युगल किशोर की कीजै…। ओढ़े नील पीत पट

श्री युगल किशोर की आरती | Shri Yugal Kishore Aarti in Hindi Read More »

श्री बाँकेबिहारी की आरती | Shri Banke Bihari Aarti in Hindi

श्री बाँकेबिहारी की आरती | Shri Banke Bihari Aarti in Hindi

॥ श्री बाँकेबिहारी की आरती ॥   श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ। कुन्जबिहारी तेरी आरती गाऊँ। श्री श्यामसुन्दर तेरी आरती गाऊँ। श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ॥ मोर मुकुट प्रभु शीश पे सोहे। प्यारी बंशी मेरो मन मोहे। देखि छवि बलिहारी जाऊँ। श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी। जिसने सारी दुनिया तारी।

श्री बाँकेबिहारी की आरती | Shri Banke Bihari Aarti in Hindi Read More »

आरती कुंजबिहारी की | Aarti Kunj Bihari Ki in Hindi

श्री कुंजबिहारी आरती | Shri Kunj Bihari Aarti in Hindi

॥ श्री कुंजबिहारी आरती ॥   आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की। गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली। लतन में ठाढ़े बनमाली; भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चन्द्र सी झलक; ललित छवि श्यामा प्यारी

श्री कुंजबिहारी आरती | Shri Kunj Bihari Aarti in Hindi Read More »

Scroll to Top