भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार, जानिए क्या है ये परंपरा | Bhagwan Shri Jagannath Ji kyu hote hai har sal Bimar
ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) विश्व प्रसिद्ध है. भारत में इसे चार प्रमुख धामों में से एक माना जाता है. इस मंदिर में श्रीकृष्ण भगवान, जगन्नाथ के रूप में बड़े भाई बलराम और बहन देवी सुभद्रा के साथ विराजे हैं।
हर साल आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) निकाली जाती है. इस दिन भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलरामजी अलग अलग रथों में सवार होकर अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं। लेकिन इस रथ यात्रा से पहले कुछ परंपराएं निभाई जाती हैं, इन्हीं में से एक परंपरा भगवान के बीमार पड़ने की है
भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार, रथ यात्रा से 15 दिन पहले भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा देवी और बलराम जी तीनों बीमार पड़ जाते हैं. इस दौरान वो एकान्तवास में रहते हैं. 7 जुलाई 2024 रविवार को भगवान जगन्नाथ जी ( Lord Jagannath ) की रथ यात्रा निकाली जाएगी और अभी भगवान बीमार चल रहे हैं और एकान्तवास में रह रहे हैं. जानिए भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार और ये परंपरा क्यों निभाई जाती है।
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Toggleजानिए भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार, जानिए इस परंपरा की वजह।
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलराम और बहन देवी सुभद्रा को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन 108 घड़े के पवित्र जल से स्नान कराया गया था. इस पानी से स्नान करने के बाद वो तीनों बीमार पड़ गए थे और उन्हें बुखार आ गया था।
तब देसी जड़ीबूटियों से उनका इलाज किया गया था और उन्हें 15 दिनों के लिए एकान्तवास में रखा गया था, ताकि बीमारी का संक्रमण लोगों के बीच न फैले. ठीक होने के बाद भगवान लोगों के बीच आए थे. तब से ये परंपरा आज भी निभाई जा रही है।
हर साल ज्येष्ठ पूर्णिमा पर भगवान को 108 घड़े के पानी से स्नान कराया जाता है। इसके बाद वो बीमार होते हैं और एकान्तवास में रहते हैं. वहां उनका इलाज राजवैद्य करते हैं. ठीक होने के बाद भगवान भक्तों को दर्शन देते हैं और रथ यात्रा निकाली जाती है।
भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार, माना जाता है भगवान जगन्नाथ की लीलाएं मनुष्य जैसी है और मनुष्य रूप में ही रहते है। इसी कारण से मनुष्य पर लागू होने वाले सभी प्राकृतिक नियम उन पर भी लागू होते है। इसी वजह से वे बीमार हो जाते है।
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भगवान श्री जगन्नाथ जी का इलाज इंसानों की तरह होता है।
भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार, जब भगवान 15 दिनों तक बीमार होते है तब एकान्तवास में रहकर पूरी तरह से आराम करते हैं। इस बीच किसी भक्त को उनके दर्शन की अनुमति नहीं होती. उनका इलाज ठीक उसी तरह से किया जाता है, जैसे आम लोगों का किया जाता है।
भगवान को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां और काढ़े का भोग लगाया जाता है। उन्हें फुलुरी नामक एक विशेष तेल लगाया जाता है. पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद भगवान भक्तों को दर्शन देते हैं और इसके बाद भव्य रथयात्रा निकाली जाती है जो की इस वर्ष 7 जुलाई रविवार को निकल जायेगी।
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जानिए क्या संदेश देती है ये परंपरा।
बीमारी के दौरान 15 दिनों तक भगवान एकान्तवास में रहते हैं ताकि संक्रमण उनके भक्तों तक न पहुंचे, इसका सीधा सा अर्थ है कि संक्रामक बीमारियों में व्यक्ति को खुद को अन्य लोगों से दूर रखना चाहिए।
खुद भगवान ने भी किसी जमाने में इस नियम का पालन किया था। आज के ज्यादातर विशेषज्ञों का भी मानना है कि संक्रामक बीमारी के चक्र को तोड़ने में करीब 14 से 15 दिनों का समय लगता है. कोरोना काल में भी संक्रमण के चक्र को तोड़ने के लिए 14 दिनों के लिए क्वारंटीन रहने के निर्देश दिए गए थे।
वहीं क्वारंटीन पीरियड में भी इंसान को सिर्फ भगवान भरोसे नहीं रहना चाहिए, बल्कि जरूरी इलाज कराकर अपना कर्म करना चाहिए, भगवान भी चाहते तो खुद ठीक हो सकते थे, लेकिन फिर भी उन्होंने राजवैद्य से इलाज करवाकर अपना कर्म किया था।
जगन्नाथ भगवान बीमार क्यों होते हैं ?
हर वर्ष भगवान श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा से पहले बीमार पड़ते है, भगवान जगन्नाथ जी, बहन सुभद्रा और भी बलराम जी के स्वरूपों को ज्येष्ठ पूर्णिमा पर गर्भग्राह से बाहर लाते है और उन्हे सहस्त्र ठंडे जालों से भरे घड़ों से स्नान कराया जाता है और इसी कारण भगवान को बुखार चड जाता और वह बीमार पद जाते है।
भगवान जगन्नाथ को बुखार कब आता है ?
श्री जगन्नाथ रथ यात्रा से पहले भगवान को 15 दिनों के लिए बुखार आता है और यह परंपरा हर साल निभाई जाती है। इस लिए भगभगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार।
जगन्नाथ भगवान बीमार क्यों पड़ते है ?
भगवान श्री जगन्नाथ जी ने अपने भक्त माधव दस को कष्टों से बचाने के लिए उनका कष्ट अपने ऊपर ले लेते और है इसी लिए जगन्नाथ जी 15 दिनों के लिए बीमार पड़ते हैं ।
भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार ?
ये एक परंपरा है जिस कारण हर वर्ष भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा से पहले बीमार पड़ते है।
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भगवान श्री जगन्नाथ जी क्यों होते है हर साल बीमार, इसके पीछे की भगवान की लीला के बारे मे जान कर आपके मन में क्या खयाल आता है , अपने विचार हमारे साथ सजा जरूर करें।